राजस्थान की भजनलाल सरकार ने आज दो महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं, जिससे राज्य की आम जनता, कर्मचारी और पेंशनभोगी को बड़ी राहत मिली है। पहला निर्णय पेट्रोल-डीजल पर 2-2 प्रतिशत वैट कम करने का है, जिससे आम जनता को महंगाई से थोड़ी राहत मिलेगी। दूसरा निर्णय राज्य के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के डीए में 4 प्रतिशत बढ़ोतरी करने का है, जिससे उन्हें खुशी मिली है।
लोकसभा चुनावों के मद्देनजर, भजनलाल सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट घटाने का बड़ा निर्णय लिया है। इससे राज्य के लोगों को पेट्रोल और डीजल खरीदने में थोड़ी राहत मिलेगी। यह निर्णय आज हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया था। बैठक के बाद, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह जानकारी मीडिया के साथ साझा की।
राजस्थान में वैट घटाने के बाद, पेट्रोल की कीमतें 1 रुपये 40 पैसे से लेकर 5.30 पैसे तक कम हो जाएंगी। वहीं, डीजल की कीमतें भी 1.34 पैसे से लेकर 4.85 पैसे तक कम हो जाएंगी। इसके साथ ही, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में विसंगति को भी दूर किया गया है। अब पूरे राज्य में एक ही दर पर पेट्रोल और डीजल मिलेगा। यह कटौती 15 मार्च को सुबह 6 बजे से लागू होगी।
गुरुवार को हुई भजनलाल कैबिनेट की बैठक में और भी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। इनमें से एक बड़ा निर्णय राज्य के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के डीए को 4 प्रतिशत बढ़ाने का है। अब राज्य के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों का डीए 50 प्रतिशत हो गया है। केन्द्र सरकार ने हाल ही में अपने कर्मचारियों का डीए बढ़ाया था। केन्द्र सरकार के डीए बढ़ाने के बाद, उसी अनुपात में राज्य सरकार ने अपने कर्मचारियों का डीए बढ़ाया है।
मीडिया से बातचीत करते हुए, मुख्यमंत्री भजनलाल ने कहा कि उन्होंने जो भी वादे किए हैं, वे उन्हें पूरा करेंगे। जनता को विश्वास है कि प्रधानमंत्री मोदी जो कहते हैं, वही करते हैं। डबल इंजन की सरकार राजस्थान में सभी वादे समय से पहले पूरे करेगी। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार और उनकी सरकार के कामकाज में अंतर आपको स्पष्ट दिखेगा। राजस्थान में भाजपा सरकार ने कांग्रेस सरकार से कई गुना अधिक जनहित के काम किए हैं।