बड़गाव और आसपास के क्षेत्रों में अवैध क्लीनिकों की संख्या बढ़ रही है। इन क्लीनिकों में काम करने वाले अधिकांश ‘डॉक्टर’ की पास कोई वैध चिकित्सा डिग्री नहीं है। इनमें से कई लोग पहले निजी चिकित्सालयों में काम कर चुके हैं और नर्सिंग कर्मी हैं। ये लोग जीएनएम सर्टिफिकेट के आधार पर डॉक्टर बनकर लोगों की सेहत से खेल रहे हैं। इन क्लीनिकों में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है।
एक ऐसा ही क्लीनिक बड़गाव कस्बे के चार रास्ते के पास है, जहां एक ‘डॉक्टर’ ने अपनी BHMS डिग्री और रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ एक बड़ा होर्डिंग लगाया है। यद्यपि यह डिग्री होम्योपैथिक है, लेकिन क्लिनिक में एलोपैथिक दवाईयाँ रखी गई हैं। इसके अलावा, कई लोग नर्सिंग डिप्लोमा, योगा, और नेचुरोपैथी डिप्लोमा के आधार पर एलोपैथी प्रैक्टिस कर रहे हैं। इसके अलावा, कस्बे और गांवों में दवा विक्रेताओं द्वारा दवाइयाँ देने और ड्रिप चढ़ाने का कार्य भी बिना किसी रोकथाम के किया जा रहा है।