राजस्थान में आखातीज पर शादियों को लेकर बड़ा अपडेट निकलकर सामने आ रहा है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक इस साल शुक्र तारा अस्त होने से शादी का एक भी मुहूर्त नहीं है।
राजस्थान में शादियों का पर्व कहा जाने वाली आखातीज यानी अक्षय तृतीया को इस साल दुर्लभ संयोग बन रहा है। आखातीज के दिन को विवाह का शुभ दिन माना जाता है। लेकिन इस बार आखातीज के दिन राजस्थान में होने वाली 30000 से अधिक शादियों पर शुक्र तारे के अस्त होने से संकट उत्पन्न हो गया है।
क्या कहना हैं ज्योतिषाचार्यों का जाने
राजस्थान में हर साल आखातीज पर होने वाली शादियों पर इस साल दुर्लभ संयोग से संकट उत्पन्न हो गया है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक इस साल शुक्र तारा के अस्त होने के कारण शादी का एक भी मुहूर्त नहीं बन रहा है। इन्होंने कहा ऐसी स्थिति 61 साल बाद बन रही है। शुक्र तारे का अस्त होने से अक्षय तृतीया पर विवाह समेत अन्य कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किया जा सकता है।
इस बार आखातीज 10 मई को है
इस बार आखातीज यानी अक्षय तृतीया 10 मई को है, इस दिन को शादियों के पर्व के नाम से भी जाना जाता है। 10 मई आखातीज पर 30000 शादियां टल सकती है। इस दिन हर साल अबूझ मुहूर्त मानकर विवाह कर लिया जाता था। लेकिन शुरू तारे के अस्त होने से इन शादियों पर संकट उत्पन्न हो गया है। शुक्र तारे का अस्त होने पर एक भी शुभ मुहूर्त नहीं बन सकता है।
तो कब होगी यह शादियां
शुक्र तारे के अस्त में शुभ मुहूर्त नहीं बन सकता है। लेकिन ज्योतिषाचार्यों ने कहा कि 28 जून को शुक्र तारा उदय हो जाएगा। इसके बाद शुभ मुहूर्त बनेंगे। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए इन तारों का उदयमान रहना अनिवार्य है। इसमें शुक्र और गुरु को दाम्पत्य जीवन का आधार स्तम्भ माना जाता है। आखातीज पर लक्ष्मीनारायण की पूजा पाठ का विशेष विधान बताया गया है। 28 जून के बाद शादियों के शुभ मुहूर्त बनेंगे, अब 28 जून के बाद ही विवाह कर सकेंगे।