रानीवाड़ा के राजकीय चिकित्सालय में डाॅक्टरों की अनुपस्थिति और समय पर नहीं आने की समस्या बढ़ती जा रही है। इसके बावजूद, नीतिमान्य और प्रशासनिक अधिकारी इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसका परिणामस्वरूप, बड़गाव में नीम हकीमों का उदय हुआ है, जो अपने क्लिनिक में मेडिकल स्टोर तक खोल रहे हैं। बड़गाव में करीब एक दर्जन अवैध क्लीनिक चल रहे हैं, लेकिन इनके खिलाफ कोई महत्वपूर्ण कार्यवाई नहीं हुई है।
रानीवाड़ा CHC में डाॅक्टर नदारद,इधर बड़गाव में नीम हकीमों की बल्ले-बल्ले
रानीवाड़ा। कहने को तो राजकीय चिकित्सालय में एक डेंटिस्ट व एक आयुर्वेदिक चिकित्साकर्मी सहित कुल 8 चिकित्सक कार्यरत है,लेकिन मरीजों को देखने के लिए किसी एक के पास भी पर्याप्त समय नहीं है। राजकीय चिकित्सालय में पिछले कई दिनों से हालात बदतर है। राजकीय चिकित्सालय में डाॅक्टर की ड्यूटी टाइम में लेट आना और जल्दी निकल जाना ये खेल पिछले कई दिनों से चल रहा है। इसकी जंग सोशल मिडिया प्लेटफार्म में छिड़ी हुई है,लेकिन फिर भी राजनेता और बड़े प्रशासनिक अधिकारी कोई ध्यान नही दे रहे है। राजकीय चिकित्सालय में डाॅक्टरों के नदारद होने का फायदा इन दिनों नीम हकीमों को मिल रहा है। बड़गाव में नीम हकीमों की बल्ले-बल्ले है। ये नीम हकीम अपने-अपने क्लिनिक में मेडिकल स्टोर तक खोल दिए है। बड़गाव कस्बे की बात करें करीब एक दर्जन के आस-पास अवैध क्लीनिक चल रहे है,लेकिन इनके खिलाफ विभागीय स्तर पर कोई बड़ी कार्यवाई नही हुई।
बड़गाव: अनुभवहीन लोगों द्वारा चलाई जा रही दवा की दुकानें, मरीजों की जान पर खतरा
बड़गाव कस्बे में अस्पतालों के निकट और चौराहों के पास, आधा दर्जन से अधिक मेडिकल स्टोर किराए के लाइसेंस पर चल रहे हैं। ये दवा की दुकानें अनुभवहीन लोगों द्वारा संचालित हो रही हैं, जिसके कारण मरीजों की जान को खतरा हो सकता है।