मारवाड़ दैनिक न्यूज:– हाल ही वैज्ञानिक अध्ययनों के आधार पर पता चला चिटियां इतना अनाज इक्ट्ठा करके आखिर क्या करती है। एक लम्बी रिसर्च के बाद पता चला कि चींटियाँ सर्दियों के लिए आवश्यक अनाज और बीज इकट्ठा करने के बाद उन बीजों को अपने घोंसलों में जमा करने से पहले आधा खा जाती है। क्योंकि अनाज का बीज आधा तोड़ने से वह बारिश व अन्य अंकुरण होने की स्थितियों के बावजूद अंकुरित नहीं हो पाते हैं। लेकिन वैज्ञानिक तब दंग रह गए जब उन्होंने पाया कि चींटियों के घोंसलों में रखे धनिया के बीज 2 टुकड़ों की बजाय 4 टुकड़ों में टूटे हुए पाए गए ।
वैज्ञानिकों ने गहन अध्ययन करके पता लगाया कि धनिया का बीज दो भागों में विभाजित होने के बाद भी अंकुरित हो जाता है। लेकिन जब धनिया के बीज को चार भागों में विभाजित कर दिया जाता है, तो वह अंकुरित नहीं होता है।
इस में बड़ा सवाल यह है कि ये छोटे-छोटे जीव यह सब कैसे जानते हैं ? वाकई मनुष्य पृथ्वी पर मौजूद इन जीवों के बारे में बहुत कम जानता है ? क्या सच में हमें दूसरों जीवों से बहुत कुछ सीखने की आवश्यकता है? यह सवाल सभी को हैरान करने वाले हैं। छोटा सा जीव धनिया के बीज को अंकुरित नहीं हो इसलिए वह चार भागों में बीज को बांट देता है। बाकी सभी को दो दो भागों में बाटता है। ऐसा लगता है कि विज्ञान और मनुष्य की बुध्दि से भी तेज चलता है इन छोटे जीव का दिमाग।