राजस्थान पुलिस इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 के टॉपर नरेश खिलेरी को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। खिलेरी को आरोप लगा है कि उन्होंने धोखाधड़ी करके परीक्षा में टॉप किया। एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि वे भर्ती परीक्षा की जांच कर रहे हैं और किसी भी तरह से नकल करने वाले व्यक्ति को माफ नहीं किया जाएगा। खिलेरी पर चिटिंग करके पास होने के आरोप की जांच की जा रही है।
गहलोत सरकार ने निकाली थीं 900 एसआई की भर्तियां
दरअसल गहलोत सरकार ने साल 2020 में करीब नौ सौ पदों के लिए एसआई भर्ती परीक्षा और प्लाटून कमांडर परीक्षा निकाली थी। इस परीक्षा में करीब चार लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इसक परिणाम पिछले साल मई में आया था और इस परीक्षा में चार लाख बच्चों में से बाड़मेर जिले के एक छोटे से गांव का रहने वाला नरेश खिलेरी टॉपर बना था। उसने कहा था कि मैं मेरी मां का सपना पूरा करने के लिए एसआई बना हूं। मां मुझे वर्दी में देखना चाहती है। इसलिए परीक्षा पास कर ली।
नरेश के पिता किसान हैं और मां गृहणी
एसओजी अधिकारियों ने बताया कि नरेश के पिता किसान हैं और मां गृहणी हैं। छोटी बहन लाईब्रेरियन है और बड़ा भाई व्याख्याता हैं। नरेश खुद भी सरकारी कर्मचारी था। वह बाडमेर जिले के ही एक सरकारी स्कूल में क्लर्क था। बताया जा रहा है कि उसी स्कूल के प्रधानाचार्य से उसने एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर लिया और उसके बाद टॉप ही कर लिया। स्कूल का प्रधानाचार्य फिलहाल फरार है। उसे एसओजी वाले तलाश रहे हैं।