राजस्थान के उप-निरीक्षक भर्ती मामले में एसओजी ने बड़ा खुलासा किया है। इस मामले में एसओजी ने लगभग 40 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर दी है। इसके अलावा, वह स्कूल के प्रबंधक को गिरफ्तार कर चुका है, जहां से पेपर लीक हुआ था।जांच के दौरान यह भी पता चला है कि कुछ उम्मीदवारों ने पेपर मिलने के बाद अपने पूरे परिवार को ही पेपर लीक कर दिया था। इसके बाद, उन्होंने अपने परिवार के अधिकांश सदस्यों को थानेदार बनवा दिया।
अब, एसओजी इन थानेदारों की नियुक्ति रद्द करने की तैयारी कर रही है।
जांच में यह भी सामने आया है कि एक उम्मीदवार नामक सुरेश ने पेपर लिया था, और उसने उसे अपने भाई कमलेश को दिया। इसके बाद, पेपर उनके जीजा के पास पहुंचा, जिसका नाम भी सुरेश था। इसके बाद, पेपर दिनेश नामक एक युवक के पास पहुंचा, जो सुरेश के मामा का बेटा था। इसके बाद, पेपर कुछ अन्य परिवार के सदस्यों के पास भी पहुंचाया गया।
इस मामले में, मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने भी सक्रिय भूमिका निभाई है। उन्होंने एसओजी के अधिकारियों से इस मामले की चर्चा की है, और उन्होंने कई सबूत भी पेश किए हैं। उन्होंने कोर्ट के हवाले करते हुए इस भर्ती को रद्द करने के विकल्प के बारे में भी नियम बताए हैं।